ना पूछो मुझसे मेरी पहचान, मैं तो भस्मधारी हूँ, भस्म से होता जिनका श्रृंगार, मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ. शुभ शिवरात्रि के बहुत बधाई.
शिव की ज्योति से नूर मिलता है, सबके दिलो को सुरूर मिलता हैं, जो भी जाता है भोले के द्वार, कुछ न कुछ ज़रूर मिलता हैं
आज है महाशिवरात्रि करिये भोले भंडारी का जाप उनके जाप से धुलते हैं सारे पाप महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं